Subject: Hindi
Book: Aroh - Class 12
हिंदी आलोचना के विकास पर प्रकाश डालता है, जहाँ आचार्य शुक्ल से शुरू होकर आधुनिक आलोचकों ने नए मापदंड स्थापित किए। साहित्य की समीक्षा को एक विधागत महत्त्व देते हुए इसमें विविध दृष्टिकोणों को रखा गया है।