Subject: Hindi
Book: Aroh - Class 12
हिंदी काव्य में प्रयोगवाद ने भाषा, शिल्प और भाव, तीनों स्तरों पर नए आयाम स्थापित किए। अज्ञेय और गजानन माधव मुक्तिबोध जैसे कवियों के रचनाकर्म का उल्लेख है, जिन्होंने कविता को दार्शनिकता और वैचारिक नवाचार से जोड़ा।